जयपुर की विशेष अपराध एवं साइबर थाना पुलिस ने प्रदेश की सबसे बड़ी साइबर ठगी का खुलासा करते हुए एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों ने एक बुजुर्ग को अपनी जाल में फंसाकर उससे एक करोड़ से ज्यादा रुपए ठग चुके हैं.
जयपुर. साइबर ठगी के सबसे बड़े केस में जयपुर के विशेष अपराध एवं साइबर थाना पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. प्रदेश के इस सबसे बड़े केस में 74 साल के एक बुजुर्ग से उनके जीवन भर की कमाई ठगी गई थी. ठगी गई यह रकम एक करोड़ बीस लाख से भी ज्यादा थी. जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनसे पूछताछ की जा रही है. ताकि किसी तरह से कैश रिकवर हो सके. साइबर एवं विशेष अपराध पुलिस ने आरोपियों को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है. उनके खिलाफ पहले भी मुकदमे दर्ज होने की जानकारी सामने आ रही है.
साइबर पुलिस ने बताया कि चार आरोपियों में एक महिला सहित से दो सगे भाई हैं. आरेपी अनुराग और अनुग्रह कालिंदी विहार आगरा के रहने वाले हैं. कुछ समय पहले उनके पिता की मौत हो गई थी. एक अन्य आरोपी भावना है वह नोएडा उत्तर प्रदेश की रहने वाली है जबकि चौथा आरोपी अमित एत्मातपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है.
बड़ी बात यह है कि चारों की उम्र 22 से 26 साल के बीच की ही है. भावना अपनी बातों में लोगें को फंसाती थी और उसके बाद उसके बाकी साथी लोगों के खातों को ट्रेक कर उनमें सेंध लगाते थे। बताया जा रहा है कि जयपुर के अलावा अन्य कई शहरों में भी इन लोगों ने शिकार किए हैं और लाखों रुपए ठगे हैं.
साइबर पुलिस ने बताया कि मानसेरावर में रहने वाले 74 साल के बुजुर्ग ने अपनी जीवन भर की कमाई, सोना, बॉड, कीमती आइटम सब बेच डाले. वे आरोपियों की बातों में फंसकर डूबी हुई रकम को निकालने के चक्कर में और रुपए डूबोते गए. पुलिस ने बताया कि आनलाइन सामान खरीदने के बाद उनको बारह लाख रुपए की लॉटरी लगने का लालच दिया गया था.
लॉटरी के लिए कुछ शुल्क मांगा गया था, उसे भी लॉटरी के रुपयों के साथ ही भेजने की बात कही गई. लेकिन लॉटरी का शुल्क तो मिला नहीं उल्टे आठ महीनों के दौरान दर्जनों ट्रांजेक्शन में बुजुर्ग ने अपने सवा करोड़ रुपए डुबो दिए. बाद में जब परिजनों को इस बारे में जानकारी मिली तब जाकर राज खुला.
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